15 देवी-देवता नहीं करेंगे शिरकत

अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में पिछले कई वर्षों से आ रहे प्राचीन देवता इस बार भी शिवरात्रि महोत्सपव में नहीं आएंगे। प्राचीन देवी-देवताओं में से देव पराशर, काथला माहूंनाग द्रंग, बरनाम ज्वालापुर, खलवासी नारायण सनोर समेत 15 देवी-देवताओं के दर्शन इस बार भी शिवरात्रि महोत्सव में लोगों को नहीं होंगे। इन देवी-देवताओं ने इस भी बार शिवरात्रि महोत्सव में नहीं आने का निर्णय लिया है। प्रयासों और देवता समिति के प्रयासों के बाद भी इस बार महोत्सव में आने के लिए यह देवी-देवता तैयार नहीं हुए हैं। हालांकि प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों के चलते अगले वर्ष शिवरात्रि महोत्सव में भाग लेने के लिए इनमें से ज्यादातर देवी-देवता तैयार हो गए हैं। बताया जा रहा है कि इन देवी-देवताओं के पास प्रशासन के उच्च अधिकारी स्वयं न्योता लेकर गए थे, लेकिन ज्यादातर देवी-देवताओं  के गूर व अन्य कारिंदों में इस बार समारोह में भाग लेने को लेकर सहमति नहीं बनी है। कई देव-देवताओं के कारदारों ने देवता के जलेब में चलने के स्थान, देवता के बैठने और रहने ठहरने के स्थान को लेकर समस्या बताई है। हांलाकि इनमें से ज्यादातर देवी-देवताओं ने प्रशासन को इस बात का आश्वासन दिया है कि अगले साल समय पर देवी-देवता मंडी आने की तैयारी करेंगे। देवता समिति के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने बताया कि इस बार भी पहले की तरह एक दर्जन से अधिक देवी-देवता नहीं आ रहे हैं। इन्हें मनाने का प्रयास किया गया था, लेकिन इस बार बात नहीं बनी है। वहीं एडीएम पंकज राय ने बताया कि इन प्राचीन देवताओं ने किसी कारण इस बार भी आने असहमति जताई है।

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