शिवरात्रि के लिए आज निकलेंगे स्नोर घाटी के एक दर्जन देवी-देवता

 शिवभूमि मंडी में 27 फरवरी से आरंभ होने वाले महाशिवरात्रि महाउत्सव में जिला की स्नोर घाटी के एक दर्जन देवी-देवता भी अपने सैकड़ों हारियानों के साथ शिरकत करेंगे। देवी-देवता अपने देवालयों से निकलेंगे तो सात दिनों तक मंडी के पड्डल मैदान में शोभा बढ़ाएंगे। घाटी के देवी-देवता 26 फरवरी से ही यहां के लिए निकलेंगे तो कुछ का काफिला 27 फरवरी को घाटी से निकलेगा। मंडी में सात दिनों तक हारियानों को आशिर्वाद देने के साथ माधो राव की निकलने वाली जलेब में भाग लेंगे। जानकारी के अनुसार स्नोर घाटी क ी माता अंबिंका अपने हारियानों के साथ नाऊ में स्थित अपने देवालय से निकलेगी। इसके अलावा देवता मार्कंडेय ऋषि भी औट-थलौट से निकलेंगे। घाटी के देवता गणपति जौला से निकलेंगे तो टेपर से देवता शेषनाग भी सात दिनों के लिए अपने देवालयों को छोड़ देंगे। इसके अलावा देवता मार्कंडेय ऋषि भी हारियानों के साथ मंडी में डेरा जमाएंगे। सात दिन इन देवी-देवताओं से मंडी में रौनक रहेगी तो देवालयों में सूनापन रहेगा और वापसी के बाद ही हारियान अपने अराध्य देवता के दिदार कर सकेंगे। हर साल शिवरात्री उत्सव में स्नोर घाटी के देवी देवता पहुंचते हैं। इन देवी-देवताओं की उत्सव में भूमिका काफी अहम मानी जाती है। देवी-देवताओं को विशेष स्थान यहां पर मिलता है तो हारियानो के लिए उत्सव समिति के द्वारा खास इंतजाम भी किए जाते हैं। नाऊ की माता अंबिका के कारदार शेर सिंह शर्मा ने बताया कि माता अपने हारियानों के साथ हर बार इस उत्सव में भाग लेती है।

Source: Divya Himachal Wesbsite

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