मंडी शिवरात्रि में 6 साल बाद आएंगे मगरू महादेव

मगरू महादेव

आज से छह साल पहले चालीस साल के बाद पहुंचे मगरु महादेव अपने सैकड़ों देवलुओं और कारदारों समेत 12 फरवरी को छतरी इलाके में स्थित अपने मूल स्थान से शिवरात्रि के लिए कूच करेंगे। यह देवता दिनांक 12.02.2015 को अपने मूल स्थान से चलेंगे और शाम को बेयला जंजैहली में रुकेंगे और दूसरे दिन 13.02.2015 को बगस्याड और थुनाग के बीच में कुराणी में रुकेंगे।  दिनांक 14.02.2015 और  15.02.2015 जगोही सेगली रुकेंगे और 16.02.2015 को बैहना में जो मण्डी से 6 किलोमीटर की दूरी पर है और 17.02.2015 को 3 – 4 बजे सांय श्री माधोराय जी से मिल कर बेहड़े में जायेंगे।

मगरू महादेव मंदिरः
छतरी गांव में स्थित मगरू महादेव मंदिर कुल्लू जिला के आनी से मात्र आठ किलोमीटर, मंडी से 158 किलोमीटर तथा करसोग से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मगरू महादेव मंदिर सतलुज वर्गीय शैली में तीन मंजिलों में है, जो उत्तरी भारत के उत्कृष्ट मंदिरों में स्थान रखता है।
बाहर से साधारण लगने वाला यह मंदिर अंदर से पूर्णतया नक्काशी से सजा पड़ा है, जिसमें चित्रकारी के माध्यम से कई युगों का जिक्र किया गया है। 13वीं शताब्दी में निर्मित इस मंदिर के भीतर शिव और पार्वती की पाषाण प्रतिमाएं दर्शनीय हैं। वर्ष भर यहां मेलों का आयोजन होता रहता है तथा दूर-दूर से लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं।

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