देव कमरूनाग पहुंचे चैलचौक

मंडी के अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले में शामिल होने के लिए बड़ा देव कमरूनाग अपने मूल स्थान से चलकर वीरवार शाम को चैलचौक पहुंच गए। चैलचौक के सलोई स्थित मंदिर में पहुचने पर लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। चैलचौक पहुचते ही पूरा क्षेत्र देव कमरूनाग के जयकारों से गूंज उठा। देवता के पारंपरिक वाद्ययत्रों की आवाज पर माहौल भक्तिमय हो गया। कमरूनाग देव अपने मूल मंदिर स्थान से पैदल चलकर मंडी पहुचते है। उनके मंडी पहुंचने पर शिवरात्रि मेले का आगाज होता है।

देव कमरूनाग पूरे मेले के दौरान मंडी के टारना देवी मंदिर में विराजमान रहते है। करीब एक माह बाद वह अपने मूल स्थान को लौटते है। देवता को मेला समाप्त होने के बाद श्रद्धालु अपने घरों में मन्नतें पूरी होने पर बुलाते हैं। चैलचौक सलोई स्थित मंदिर की खासियत है कि देव कमरूनाग इस मंदिर तक पहुचने से पहले और जाने के बाद किसी भी घर में आवभगत मंजूर नहीं करते है।

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